अभी तक औसतन 25 से 30 साल पुराने टीचर ही प्रमोशन पाकर ब्लाक एजुकेशन आफिसर बनते आ रहे हैं। विजयेंद्र कुमार के अनुसार बरसों तक टीचर की नौकरी कर चुके अधिकारी मैनेजमेंट लेवल की स्किल में उतने कारगर साबित नहीं होते जितनी कि जरूरत रहती है। 

हरियाणा सिविल सर्विसेस (एचसीएस) की एलाइड परीक्षा में ट्रेफिक मैनेजर व ईटीओ जैसे गेजेटिड आफिसर्स तो नियुक्त किए ही जाते हैं, अगले साल से ब्लाक एजुकेशन आफिसर भी लिए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने सरकार को प्रपोजल दी थी कि एचसीएस के तहत सीधे ब्लाक एजुकेशन आफिसर भी भर्ती किए जाएं ताकि स्कूलों का प्रबंधन और अच्छे तरीके से हो सके। इस प्रपोजल को राज्य सरकार ने मंजूर कर लिया है।

अब सरकार सिविल सर्विसेज रूल्स में संशोधन कर रही है ताकि भविष्य में जब भी एचसीएस के तहत नई नियुक्तियां हों, ब्लाक एजुकेशन आफिसर भी लिए जा सकें। डीजी सेकेंडरी एजुकेशन विजयेंद्र कुमार का कहना है कि एचसीएस परीक्षा के जरिये ब्लाक एजुकेशन आफिसर लेने के पीछे सोच यही है कि शिक्षा विभाग को फ्रेश ग्रेजुएट और एमबीए जैसे उच्च शिक्षा प्राप्त युवा मिल सकते हैं, जिनमें स्कूलों का प्रबंधन बेहतर करने की क्षमता होगी।

अभी हैं ११९ आफिसर

अगली बार जब भी एचसीएस की परीक्षा होगी, उसमें ब्लाक एजुकेशन आफिसर के पद भी शामिल होंगे। राज्य में अभी 119 ब्लाक एजुकेशन आफिसर हैं जो पहली से बारहवीं कक्षा तक के स्कूलों का प्रबंध देख रहे हैं। नई व्यवस्था के तहत सरकार से 119 ब्लाक एलीमेंट्री एजुकेशन आफिसर के पद भी मांगे गए हैं जो शिक्षा के अधिकार कानून के तहत पहली से आठवीं तक के स्कूल संभालेंगे। तब ब्लाक एजुकेशन आफिसर नौवीं से बारहवीं के स्कूल देखेंगे।

हरियाणा लोक सेवा आयोग ने इन दिनों एचसीएस एक्जीक्यूटिव ब्रांच व अन्य एलाइड सर्विसेस परीक्षा के तहत151 पदों के लिए आवेदन मांग रखे हैं। आवेदन 27 दिसंबर तक लिए जाने हैं। इनमें 30 पद एचसीएस एक्जीक्यूटिव के और 9 डीएसपी के हैं। बाकी 112 पदों में 38 ईटीओ, एक डीएफएससी, 16 ए क्लास तहसीलदार, 8 अस्सिटेंट रजिस्ट्रार को आपरेटिव सोसायटीज, 5 एईटीओ, 17 बीडीपीओ, 3 ट्रेफिक मैनेजर, 3 डीएफएसओ और 21 सहायक रोजगार अधिकारी के हैं।