सर्वे के जरिये पहचानी जा सकेगी सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता

Posted in Saturday 10 March 2012
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421

पानीपत, जासंकें : सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता को परखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सर्वे (नेशनल अचीवमेंट सर्वे) कराया जाएगा। सर्वे में आठवीं कक्षा के बच्चे शामिल होंगे। एनसीईआरटी की देखरेख में कराए जा रहे इस सर्वे का मकसद शिक्षा व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ बनाना है। प्रारंभिक स्तर पर बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा की दशा जानने के लिए एनसीईआरटी की तरफ से देश के सभी राज्यों में सर्वे की व्यापक योजना तैयार की गई है। एससीईआरटी गुड़गांव की देखरेख में प्रदेश के दस जिलों को सर्वे के लिए चुना गया है। पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, पलवल, गुड़गांव, सिरसा, भिवानी व झज्जर जिले में सर्वे का कार्य 12 मार्च से होगा। महज एक हफ्ते में ही सर्वे कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। शोधपरक टेस्ट के तहत आठवीं कक्षा के बच्चों को सभी विषयों से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्नावली दी जाएगी। शिक्षक व छात्र पर इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस सर्वे की खासियत यह है कि चुनींदा सरकारी स्कूलों में न्यूनतम 9 व अधिकतम 40 बच्चों को ही शामिल किया जा सकेगा।