अभिभावकों को जागृत करें अध्यापक
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Monday, 12 December 2011
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : सर्वशिक्षा अभियान द्वारा संचालित प्राथमिक शिक्षकों के सेवाकालीन प्रशिक्षण शिविर का तीसरा चरण पूंडरी के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शुरू हुआ। इसका उद्घाटन करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी बलबीर आर्य ने अध्यापकों को शिक्षा के महत्वपूर्ण व पवित्र कार्य को लगन व मेहनत से पूरा करने के लिए प्रेरित किया तथा सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया।
शिक्षा का अधिकार कानून के बारे में उन्होंने कहा कि अब शिक्षा प्राप्त करना सभी बच्चों का अधिकार बन गया है तथा अध्यापकों को छह से चौदह वर्ष के सभी बच्चों को अनिवार्य शिक्षा दिलाने के लिए अभिभावकों को जागृत करना होगा ताकि कोई भी बालक अपनी शिक्षा से वंचित न रह जाए। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान रोशन लाल पंवार ने कहा कि सेवाकालीन प्रशिक्षण शिविर अध्यापकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इन शिविरों में अध्यापकों को आपस में जानने का मौका मिलता है और सभी अध्यापकों द्वारा अपने अनुभव साझे किए जाते है जिससे अनुभवी अध्यापकों के अनुभव सभी अध्यापकों को सिखने का मौका मिलता है तथा शिविरों में समग्र व सतत मूल्याकंन के विषय पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि बच्चों का सर्वागीण विकास हो सके व बच्चों के मन से पढाई का डर निकाला जा सके। जिला प्रधान ने कहा कि यदि सरकार सही ढग से शिक्षा का अधिकार कानून लागू कर देती है तो समाज का कोई भी बच्चा पढाई से वंचित नही रह जाएगा। मास्टर ट्रेनर संतोष गर्ग ने अध्यापकों को शिक्षा क्षेत्र में अपनाई जा रही तकनीकों का जानकारी दी व विभिन्न क्रि याकलापों द्वारा बच्चों को खेल खेल में सीखाने के नए गुर अध्यापकों को बताए। उन्होंने कहा कि बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए उनके अंदर से परीक्षा का डर निकालना अनिवार्य है ताकि वे खुल कर अपने विचारों की अभिव्यक्ति कर सकें। इस अवसर पर नरेन्द्र गौड़, राजबीर कौल, रामनिवास पाई, सत्यावान ढुल, नानू राम शास्त्री, सतबीर टाया, मनोज खर्ब, नरेश म्यौली, मुल्तान सिंह, राजेन्द्र पाचाल, रामदिया, मेघराज, सुधीर शर्मा, मागे राम, राजकुमार, राजेश धीमान, ललित कुमार, सुरेंद्र टाया सहित अनेक शिक्षक उपस्थित थे।