चौथी के छात्र ने पाकेट मनी से मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए 1.11 लाख
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Saturday, 30 July 2011
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421
कोलकाता, जागरण संवाददाता : उम्र महज दस वर्ष और सोच महापुरुषों जैसी परिपक्व व महान। एक बच्चा, जिसने अपना जन्मदिन नहीं मनाया, स्कूल में कुछ खाने के लिए मिले पैसों को खर्च नहीं किया, उन्हें धीरे-धीरे करके तब तक जोड़ता रहा-जब तक एक बड़ी राशि नहीं बन गई। कोलकाता के नन्हे शायनदीप ने गुरुवार को 1 लाख, 11 हजार, 111 रुपये की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में दान की। दस वर्षीय शायनदीप पिछले कई वर्षो से अपना जन्मदिन नहीं मना रहा है और न ही स्कूल में टिफिन (लंच) के लिए माता-पिता से मिले रुपये खर्च करता था। उसने वे सारे रुपये उनके लिए जमा किए, जिनके पास पढ़ने को न किताब है, न ही लिखने को कलम। चौथी कक्षा के इस छात्र ने खुद के खर्च में कटौती कर 1 लाख, 11 हजार, 111 रुपये जमा किए। वह गुरुवार को अपने मामा सौमेन महापात्र के साथ राइटर्स बिल्डिंग गया था। शायनदीप अरियादह इंटरनेशनल स्कूल का छात्र है। उसने बताया कि वह एक संपन्न परिवार से है और सुविधाजनक जीवन व्यतीत कर रहा है, लेकिन राज्य में ऐसे कई गरीब छात्र हैं, जिन्हें भर पेट भोजन नहीं मिलता और न ही पढ़ाई के लिए कागज-कलम मिल पाती है। ऐसे बच्चों के लिए उसने यह रकम मुख्यमंत्री अनुदान कोष में जमा की है। शायन का कहना है कि समाज के अन्य लोग भी इस पर विचार करें और नाजायज खर्च को रचनात्मक कार्यो में लगाएं। इससे भले ही सभी गरीबों का भला नहीं होगा, लेकिन कुछ गरीब का जीवन जरूर आसान हो जाएगा।