प्राथमिक शिक्षक संघ करेगा विरोध

Posted in Monday, 26 December 2011
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421

पानीपत। हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षा विभाग में निजीकरण की नीति का विरोध करेगा। संघ 28 जनवरी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा और पुरानी नीति को लागू करने की मांग करेगा।
ये फैसला राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की किसान भवन में रविवार को आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष विनोद ठाकरान व महासचिव दीपक गोस्वामी ने संयुक्त रूप से की।
प्रदेशाध्यक्ष विनोद ठाकरान ने कहा कि शिक्षा निदेशक ने संघ की कई मांगों को स्वीकार कर लिया है, जिनमें 55 साल की सेवा के बाद मेडिकल बनवाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की एक साल में दो बार पदोन्नति होगी। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रदेश के 124 स्कूलों को बंद करने का प्रस्ताव न्याय संगत नहीं है। इन स्कूलों को बंद किया गया तो संघ इसका विरोध करेगा।
महासचिव दीपक गोस्वामी ने कहा कि सरकार 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत कक्षा एक से आठ तक एलीमेंटरी शिक्षा बनाकर निजीकरण करना चाहती है। शिक्षक संघ सरकार के इस फैसले का विरोध करती है। शिक्षा के क्षेत्र में निजीकरण नीति लाभदायक नहीं है। उन्हाेंने कहा कि रेशनलाइजेशन में स्थायी टीचर का फेरबदल नहीं किया जाए।
उन्हाेंने कहा कि शिक्षा विभाग में बीईओ पदोन्नति के आधार पर लगाने चाहिए, न कि एचसीएस वर्ग के। सरकार की नीतियों के विरोध में अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से 28 जनवरी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
मंच संचालन जिला प्रधान सुरेंद्र कुमार राठी, महासचिव राजकुमार जांगड़ा ने किया। इस मौके पर कोषाध्यक्ष अशोक यादव, राजेश पूनिया, विनोद चौहान, सतीश शर्मा, राकेश रत्न, सुभाष चंद्र कादियान, संजय, बलिंद्र, अशोक, जगदीप, चतर सिंह, वेदपाल, सुरेंद्र राठी व राजकुमार जांगड़ा मौजूद रहे।
किसान भवन में बैठक कर विरोध जताते पदाधिकारी।
हरियाणा अध्यापक संघ ने किसान भवन में बैठक कर लिया फैसला