पदोन्नति केस मांगने के बाद भी नहीं हो रही रिक्तियां पूरी
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Sunday, 29 January 2012
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421
जींद, जासंकें : तीन बार पदोन्नति केस मांगे जाने के बावजूद मिडिल स्कूलों में मुख्याध्यापक के रिक्त पद भरे नहीं जा सके हैं। इस पर विभाग ने एक बार फिर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर इस संबंध में केस मांगे हैं। विभाग की ओर से जारी पत्र क्रमांक-4/1-2010 एचआरजी-11 (1) में 15 मार्च 2010 और 10 जनवरी 2012 को मुख्याध्यापक पद पर पदोन्नति के लिए जारी किए गए पत्रों का हवाला दिया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि मास्टर वर्ग के वरिष्ठता क्रमांक 4300 और हिंदी और पंजाबी के ऐसे अध्यापकों के पदोन्नति मामले मांगे गए थे, जिनकी सेवाएं वर्ष 1991 तक नियमित हुई थीं। संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों ने केस भी भेजे। इसके बावजूद रिक्तियां पूरी नहीं हो सकीं। इसके बाद पदोन्नति के लिए भेजे गए मामलों में से वरिष्ठता क्रमांक 4700 तक के मामले निदेशालय की संबंधित शाखा से लिए गए। उसके बाद भी रिक्तियां पूरी नहीं हो सकीं। निदेशालय ने इसके बाद फिर से संबंधित शाखा से वरिष्ठता क्रमांक 5200 तक के मास्टरों को मुख्याध्यापक उच्च विद्यालय के लिए केस 16 जनवरी तक सभी शिक्षा अधिकारियों से मांगे थे। इस तरफ अधिकतर अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और न ही कोई केस भेजा। हिंदी विषय के पद शेष रहने के कारण वर्ष 31 दिसंबर 1998 तक नियमित हुए सभी हिंदी अध्यापक, जो बीए व बीएड की योग्यता रखते थे, के मामले भी 16 जनवरी तक मांगे गए थे, लेकिन किसी ने कोई सूचना नहीं भेजी। अब निदेशालय ने पत्र जारी करके दोबारा केस भेजने का आदेश दिया है।