अब सीआरपीएफ के जवान बनेंगे मास्टर साहब
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Monday, 6 February 2012
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421
रांची : झारखंड के दुर्गम और जंगल से भरे इलाकों में नक्सलियों से लोहा ले रहे सीआरपीएफ के जवान अब नई भूमिका में नजर आएंगे। वे सुदूर इलाकों में स्थित वैसे स्कूलों में पढ़ाएंगे, जहां शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई ठप है। जवान ग्रामीण क्षेत्र के युवकों को तकनीकी शिक्षा भी देंगे। सीआरपीएफ की 196 बटालियन के कमांडेंट रमेश कुमार ने सरजमडीह में आयोजित सिविक एक्शन प्रोगाम में रविवार को इसकी घोषणा की। कुमार ने कहा कि इस पहल का मकसद पुलिस-पब्लिक में सामंजस्य और सहयोग की भावना पैदा करना है। नक्सली इलाकों में सीआरपीएफ की इस पहल का ग्रामीणों ने दिल खोलकर स्वागत किया है। ग्रामीण चाहते हैं कि गांव के स्कूलों में सुचारू रुप से पढ़ाई हो। आसपास के जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी या अनुपस्थिति के कारण पढ़ाई सुचारू रूप से नहीं चल रही है वहां पर सीआरपीएफ. के जवान जाकर पढ़ाएंगे। साथ ही गांव के शिक्षित नवयुवकों को कंप्यूटर का ज्ञान, सिलाई, बढ़ई आदि रोजगार से संबंधित कार्यो की भी जानकारी देंगे। सिविक एक्शन प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य दुर्गम व नक्सली प्रभावित गांवों के जरूरतमंदों को आर्थिक मदद पहुंचानी है ताकि आसपास के क्षेत्र में सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे।