कुलपति की सीबीआइ जांच होगी

Posted in Sunday, 12 June 2011
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो : वित्तीय अनियमितताओं एवं अन्य मामलों में फंसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति डॉ. पी.के. अब्दुल अजीज के खिलाफ अब सीबीआइ जांच होगी। विश्वविद्यालय की विजिटर (राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल) ने इसके हरी झंडी दे दी है। सूत्रों के मुताबिक विजिटर की मंजूरी के बाद अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय जल्द ही इस मामले को सीबीआइ को सौंपने जा रहा है। संभव है कि मंत्रालय अगले हफ्ते अपनी सिफारिश सीबीआइ को भेज दे। कुलपति के खिलाफ शिकायतों की जांच के लिए बीते लगभग दो वर्ष में दो बार अलग-अलग समितियां गठित करनी पड़ीं। एक समिति जांच पूरी नहीं कर सकी तो जस्टिस बी.ए. खान और जस्टिस ए.एन. दिवेचा की दो सदस्यीय जांच समिति फिर से बनानी पड़ी। इस समिति की जांच के दौरान कुलपति पर असहयोग का आरोप भी लगा। यह समिति भी निर्धारित समय में अपनी रिपोर्ट नहीं दे पाई। लिहाजा उसका कार्यकाल बढ़ाना पड़ा। फिर भी रिपोर्ट आई तो दोनों जज एक निश्चित नतीजे पर नहीं पहंुचे। गंभीर आरोपों पर कार्रवाई को लेकर उनकी अलग-अलग राय के चलते मंत्रालय ने इसकी तह में जाने के लिए सीबीआइ जांच ही मुनासिब समझी। कुलपति की वित्तीय अनियमितताओं एवं उनकी कार्यशैली को लेकर विश्वविद्यालय के छात्र भी अर्से तक आंदोलन पर रहे हैं। एएमयू कार्यकारी परिषद के पूर्व सदस्य वसीम अहमद कुलपति पर लगे आरोपों की जांच के लिए बीते वर्षो में तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह और मौजूदा मंत्री कपिल सिब्बल का दरवाजा कई बार खटखटा चुके हैं। उनकी मांग थी कि कुलपति के एएमयू में पूरे कार्यकाल की जांच होनी चाहिए।