महानिदेशक ने जानी डीईओ की समस्याएं
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Tuesday, 31 January 2012
by Rajkiya Prathmik Shikshak Sangh - 421
करनाल , जागरण संवाद केंद्र : प्रदेश के नए शिक्षा महानिदेशक समीर पाल सरों ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे निजी व मान्यता प्राप्त स्कूलों में आर्थिक रूप से पिछड़े (गरीब) परिवारों के बच्चों को दाखिला दिलाने में गंभीरता से काम करें। शिक्षा महानिदेशक ने करनाल में जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक के दौरान उनसे विभागीय परियोजनाओं की पूरी जानकारी ली। अधिकारियों ने बारी-बारी से अपने जिलों के स्कूलों और उनमें दाखिलों की स्थिति, निर्माण परियोजनाओं तथा लंबित विभागीय जांच के बारे में रिपोर्ट दी। महानिदेशक ने अधिकारियों से कहा कि वे धीमी गति से चल रही विभागीय जांच को समयबद्ध तरीके से पूरा करें। जिला शिक्षा अधिकारी अपने-अपने जिलों में शिक्षा का अधिकार कानून का अनुपालन कराने के लिए गंभीर रहें। बैठक में निजी व मान्यता प्राप्त स्कूलों में गरीब बच्चों को दाखिले नहीं मिलने संबंधी शिकायतों पर खुलकर बातचीत की गई। कुछ जिला शिक्षा अधिकारियों ने निजी स्कूलों की मनमानी से महानिदेशक को अवगत कराया तो कुछ ने कहा कि वे ऐसे स्कूलों पर दबाव बनाए हुए हैं। हरियाणा स्कूल शिक्षा नियम 2003 के तहत धारा 134-ए का प्रावधान किया गया है। इस धारा के तहत पिछड़े बच्चों को 25 प्रतिशत दाखिले देने की व्यवस्था है। धारा 134-ए के तहत कहा गया है कि इन निजी स्कूलों में यह गरीब बच्चे पहली से आठवीं तक सरकारी स्कूल की फीस पर पढ़ेंगे।